जामिया की एक और बड़ी उपलब्धि, NAAC से A++ ग्रेड प्राप्त

Report By- असमा ख़ान
जामिया मिल्लिया इस्लामिया को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद की ओर से A++ ग्रेड प्रदान किया गया है। इस ख़ुशी के अवसर पर कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने टीम के सही दिशा में प्रयास के फलस्वरूप मिली सफलता पर प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। नैक द्वारा संस्थागत मापदंडों के निरीक्षण प्रक्रिया से गुज़रने बाद यह सबसे उच्चतम प्रतिष्ठित मानक तय किया गया है।

जामिया 29 अक्टूबर 1920 में स्थापित किया गया। अल्पसंखयक संस्थान के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर सेवाएं प्रदान करते हुए वर्तमान में जामिया ने A++ ग्रेड प्राप्त कर सभी के समक्ष एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। हाल ही में विश्विद्यालय ने 101 वीं वर्षगांठ मनाई है। स्वतंत्रता संग्राम और असहयोग आंदोलन से जन्मी संस्था जामिया मिल्लिया इस्लामिया में फहराया जाने वाला परचम गार्ड ऑफ आनर संस्थान की विशिष्टता को प्रकट करता रहा है। सदैव से ही जामिया का तराना विश्विद्यालय परिसर में छात्रों के मनोबल को शक्ति प्रदान करता आया है। हाल ही में समकालीन कलाकारों में से एक अंजोली इला मेनन विशिष्ट अतिथि के तौर पर विश्विद्यालय की 101 वीं वर्षगांठ के अवसर पर परिसर में छात्रों के बीच थीं, जहां एक संवादात्मक सत्र का आयोजन किया गया। जामिया जहां सभी सपनों को साकार करने के लिए जीवन में गुणवत्ता बनाए रखने के लिए, राष्ट्र निर्माण में सहयोग प्रदान करने के लिए रात और दिन कठिन प्रयास करते हैं। शिक्षकों के दिशानिर्देशन में नित नए क्रियाकलापों के माध्यम से जनहितकारी कल्याणकारी योजनाओं से समाज में उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों को नया मोड़ देकर समाज की कुरीतियों से विमुक्ती के मार्ग प्रशस्त करते रहे हैं। 1920 में अपनी मामूली शुरुआत के साथ, जामिया ने समाज के सभी वर्गों के लिए हुनर और शिक्षा के हर क्षेत्र में बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य किया। इसने हमेशा महिलाओं की शिक्षा और उन्नति को बढ़ावा देने के विचार को अपनाया। ताकि वे अपने तरीके से जीवन की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर सकें। इसलिए यह अपनी छात्राओं को उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने और उनकी रुचियों को विकसित करने के सभी अवसर प्रदान करता है। नतीजतन, जामिया की सैकड़ों पूर्व छात्राओं ने शिक्षाविदों, प्रशासकों, मजिस्ट्रेटों आदि के रूप में अपनी दक्षता साबित करते हुए जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में खुद को प्रतिष्ठित किया है।
कुलपति ने विश्वविद्यालय के प्रफारमेंस पर स्पष्ट कहा जामिया विदेशी सहयोग के विषय में संस्थाओं को आकर्षित कर रहा है। नए-नए विभाग खोले जा रहे है, अनुसंधान गतिविधियों का विस्तार और प्रचार कर रहा है, ऑनलाइन शिक्षा, पूर्व छात्रों के संबंधों में सुधार कर रहा है और अपनी वैश्विक दृष्टि के साथ, विश्वविद्यालय आने वाले वर्षों में पूरी तरह से बदलने और विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय के रूप में उभरने के लिए तैयार है। सभी के स्वास्थ्य, कल्याण और जल्द से जल्द सामान्य स्थिति की प्रार्थना भी की है।
इस अवसर पर प्रो. अख्तर की तरफ से कहा गया की यह माइलस्टोन निश्चित ही एक बड़ा बदलाव लाएगा। जब हम परियोजनाओं के लिए आवेदन करते हैं, तो यह एक सकारात्मक संदेश देगा। जब आप किसी फंडिंग एजेंसी से फंड मांगते हैं, तो इससे मदद मिलेगी। आज इस शिखर पर विश्वविद्यालय के प्रति विश्व का विश्वास बढ़ा है।
यहां से एक महत्वपूर्ण संदेश जारी होता है, यदि आप सही दिशा में कड़ी मेहनत करते हैं तो आप सर्वश्रेष्ठ हासिल कर सकते हैं। हम इस तरह के परिणाम की उम्मीद कर रहे थे क्योंकि हम सभी ने महामारी और अन्य अव्यवस्था जैसी विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के बावजूद इसे हासिल करने के लिए एक टीम के रूप में दिन-रात काम किया। कुलपति का यह संदेश पूर्व छात्रों को जीवन की मुश्किल डगर पर आशा की नई किरण दे रहा है, “यह इस विश्वास को भी मजबूत करता है कि एक अल्पसंख्यक संस्थान भी सर्वोच्च रैंकिंग हासिल कर सकता है, अगर वह लक्ष्य को ध्यान में रखकर कड़ी मेहनत करे धीरज और सहयोग से लिया फैसला भविष्य की डूबती नैय्या को थामने की दिशा में सहयोग देगी।
विस्तारपूर्वक मूल्यांकन प्रक्रिया के बारे में बताते हुए कुलपति ने कहा कि हमने विश्वविद्यालय की अकादमिक प्रगति को दिखाने के लिए जो दावा किया उसके साक्ष्य के रूप में सभी दस्तावेज जमा किए और फिर नैक की सात सदस्यीय सहकर्मी टीम ने उन्हें सत्यापित करने के लिए तीन दिनों (6-8 दिसंबर, 2021) के लिए विश्वविद्यालय का दौरा किया।
कोविड-19 की स्थिति के दौरान भी, हम यह विश्वास रखने में कामयाब रहे कि संस्था छात्रों के साथ है। सभी शिक्षकों को विभिन्न संकाय विकास कार्यक्रमों (FDP) के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षण के लिए प्रशिक्षित किया और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित करते रहे ताकि लोग व्यस्त रहें। हमने सुनिश्चित किया कि महामारी के बावजूद छात्रों के लिए प्लेसमेंट, परीक्षा और सब कुछ सुचारू रूप से चले।
प्रो. अख्तर ने विश्वविद्यालय के सभी शिक्षण सदस्यों और अन्य कर्मचारियों से अपील की कि वे अगले नैक चक्र के लिए अगले पांच वर्षों तक इस ग्रेड को बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत करते रहें और विश्वविद्यालय को नई ऊंचाई पर ले जाएं।
जामिया में हाल ही में 4 नए विभाग खोले गए हैं। यूजीसी द्वारा 28 नए शिक्षण पद स्वीकृत किए गए हैं। भविष्य में हम कई नए पाठ्यक्रम शुरू करने और नई शिक्षा नीति (एनईपी) की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए और हमारे छात्रों के रोजगार की संभावना को बढ़ाने के लिए उद्योगों को बढ़ावा मिले इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों के एकस्पर्ट के साथ परामर्श जारी है साथ ही पाठ्यक्रम में गुणवत्ता और बेहतर प्रशिक्षण प्रणाली विकसित किए जाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।
विश्वविद्यालय नेतृत्व की भूमिकाओं में महिलाओं को बढ़ावा देता है भविष्य में छात्रों के बीच जेंडर अनुपात में और अधिक सुधार किए जाएंगे। स्थिति और विवाद जहां आज बेहतर कल की तरफ संकेत दे रहे है। देश में चिंताजनक हालात युवाओं की समस्याओं के समापन की ओर यह एक साबित कदम होगा। प्रधानमंत्री मोदी का आत्मनिर्भर भारत का सपना और विश्विद्यालय को मिलने वाले अनुदान निश्चित सभी समस्याओं का निबटान करेंगें।