सरकार व किसानों के बीच अलगाव बिल्डर की खामियों का परिणाम भुगतते दिव्यांश ओनेक्स के रहवासी किसान की नजर में सर्वे करना कोई काम नहीं? पहचान खोते पहाड़, दम तोड़ती जनता और पूंजी कमाती सरकार बी.ए व पॉलिटेक्निक डिप्लोमा के बाद शुरू किया किसानी शाहपुरा के सुरेंद्र कुमार नागर ने बायोगैस लगाकर जिले में जैविक खेती की अलख जगाई। क्या सच में औरतें अपने नाम से जानी जाती है? लोकसभा चुनाव से महिलाओं की मांग पत्र का अपना ही महत्व ! पानी पहुंचाने का वादा भी अधूरा? बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ एक नारे से ज्यादा कुछ नहीं?