बलात्कार : दमन और शोषण का प्रतीक

रिज़वान रहमान
वुमेंस डे के मौके पर दिल्ली यूनिवर्सिटी में इसी पोस्टर को लेकर एबीवीपी के छात्रों ने लड़कियों के साथ मार-पीट की और उनके कपड़े फाड़ दिए जिसमें कई लड़कियों को गंभीर चोट आई है. प्रोग्राम के आयोजक संगठन, भगत सिंह छात्र एकता मोर्चा की स्टूडेंट ऐक्टिविस्ट को खास तौर पर निशाना बनाया गया था लेकिन इस घटना पर जितनी चर्चा होनी चाहिए, हो नहीं पा रही. कुछ एक लोग बात कर रहें जबकि यह गार्गी कॉलेज में हुई वीभत्स घटना का ही एक वर्जन है.
पोस्टर में साल 2004 में मणिपुर में हुए एक प्रोटेस्ट का चित्रण है जिसमें 12 महिलाओं ने इंडियन आर्मी द्वारा मनोरमा थांगजम के अपहरण, रेप और मर्डर के खिलाफ नग्न होकर प्रदर्शन किया था. मनोरमा का रेप करने वाले आर्मी के जवानों ने सबूत मिटाने के लिए उसके प्राइवेट पार्ट्स को रौंदने के बाद उस पर 16 गोलियां दागी थी जिसके प्रतिरोध में शामिल हुई 40 मणिपुरी महिलाओं में से 12 महिलाएं इंडियन आर्मी के आगे ‘Indian Army Rape Us’ का पोस्टर लेकर खड़ी हो गईं थी. इन 12 मणिपुरी महिलाओं पर पामेला फिलीपोज़ ने मदर ऑफ़ मणिपुर : ट्वेल्व वीमेन हु मेड हिस्ट्री नाम की किताब लिखी है लेकिन नए देश के नए नैरेटिव में ये महिलाएं देशद्रोही हैं. इन पर बात करना देश का अपमान है.
2004 से अब तक करीब 17 साल हो गए फिर भी इंसाफ नहीं मिला. और मिलता भी कैसे, आर्मी द्वारा रेप की रपट अदालत पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देती है. सेना की डायरी में रेप की गई महिलाओं को मिलिटेंट लिखा जाता है. कुनान पोशपोरा में 150 कश्मीरी औरतों के साथ इंडियन आर्मी के जवानों ने मास रेप किया था लेकिन न्याय दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की अदालत में अब भी सुनवाई के लिए प्रतिक्षारत है.
और जब इंसाफ साल-दर-साल बीतने पर भी नहीं मिलता तो वह अदालत की दिवार लांघ फिर से प्रोटेस्ट में शामिल हो जाता है. जुलूस में चलता है. पब्लिक टॉक में गुंजता है. बीते दिन दिल्ली यूनिवर्सिटी इसी का गवाह बन रहा था कि अचानक एबीवीपी के गुंडों ने ‘Indian Army Rapes Us’ पोस्टर को लेकर लड़कियों पर हमला बोल दिया. इस पर ट्वीटर पर एबीवीपी के द्वारा जारी बयान में कहा जा रहा कि पोस्टर से सेना के बलिदान का अपमान हुआ है.
तो क्या इंडियन आर्मी के जवानों द्वारा रेप किया जाना सेना का अपमान नहीं है? क्या इस पर प्रतिरोध की आवाज़ के लिए लड़कियों के कपड़े फाड़े जाएंगे? क्या इंडियन आर्मी द्वारा किए गए रेप को रेप नहीं कहा जाएगा? क्या यह सुरक्षा का नाम है? और अगर देश की सुरक्षा यही है तो इससे औरतों को खतरा है.