डॉक्टर कफील ने कोविद महामारी में काम करने की इजाज़त मांगी

लहर डेस्क

डॉ कफील खान ने कोविद -19 की महामारी में काम करने की इजाज़त मांगी है और उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री को पत्र भी लिखा है। सनद रहे कि पिछली बार जब महामारी का प्रकोप बढ़ा था तब भी उन्होंने पत्र लिखा था और लोगों की सेवा करने की इच्छा जताई थी।

उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री को सम्बोधित करते हुए लिखा है कि बी०आर०डी० मेडिकल कालेज में हुए आक्सीजन त्रासदी के बाद से दिनांक 22-8-2017 से मैं निलम्बित हूँ । कोरोना वायरस की दूसरी लहर पूरे भारत मे त्राही-त्राही मचा रही है । मेरा गहन चिकित्सा विभाग में 15 वर्षो से अधिक का अनुभव शायद कुछ ज़िन्दगियाँ बचाने में काम आ सके । अतः आपसे निवेदन है कि इस कोरोना महामारी में देश की सेवा करने का अवसर दें ।

बाकी डॉक्टरों ( डॉ राजीव मिश्रा- पूर्व प्रधानाचार्य, डॉ सतीश कुमार- मेंटेनेंस प्रभारी ) की विभागीय कार्यवाही प्रचलित होने के बावजूद उनका निलम्बन समाप्त कर उनकी सेवा बहाली दिनांक- 04-03-2020 को कर दी गईं है परन्तु मेरे 36 से भी अधिक पत्र लिखने के बावजूद अधिकारियों द्वारा द्वेषपूर्ण मेरा निलम्बन समाप्त नही किया जा रहा है । हलांकि विभिन्न जाँच अधिकारियों की रिपोर्ट तथा इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश में मुझे चिकित्सीय लापरवाही, भ्रष्टाचार के आरोपों से मुक्त कर दिया गया है ।

उच्च न्यायालय ने दिनाँक- 07-03-2019 तथा उच्चतम न्यायालय ने दिनाँक- 10-05-2019 के अपने आदेश में 90 दिनों के भीतर मेरे निलम्बन पर विचार करने को कहा था पर अफसोस 1300 दिन से ज़्यादा बीत चुके हैं और अभी भी मैं निलम्बित हूँ । मैं किसी अन्य हॉस्पिटल / व्यवसाय में काम नही कर रहा हूँ। मैं दिल से इस महामारी के समय अपने देश के नागरिकों की सेवा करना चाहता हूँ ।

अतः मेरा निलम्बन समाप्त कर मुझे एक अवसर प्रदान करें चाहे महामारी के रोक थाम के बाद पुनः निलम्बित कर दें तब भी मैं आपका आभारी रहूंगा ।