मशरूम के बिस्किट एवं नमकीन तथा मधु के उत्पाद का किया लोकार्पण।

समस्तीपुर/पुसा(जकी अहमद)

डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय की ओर से बिहार में कृषि एवं सम्बन्ध क्षेत्रों में इंटरप्रेन्योशिप को बढ़ावा देने के लिए एग्रीवेंचर फार्म एंड आर्गेनिक लिमिटेड तथा विश्वविद्यालय के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गये। इस एमओयू के अनुसार विश्वविद्यालय की तकनीकों और कृषि उत्पादो की पैकेजिंग एवं विपनण एग्रीवेंचर फार्म एंड आर्कनिक लिमिटेड की ओर से किया जायेगा। इस अवसर पर खुशी जताते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 रमेश चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि विश्वविद्यालय में फरवरी महीने में ही छुट अप फेसिलिटेशन सेंटर का उदघाटन किया गया था और कोविड के दौरान आज इसकी सबसे ज्यादा जरूरत आन पड़ी है। उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री मोदी भी स्थानीय उत्पादो के निर्माण और उपयोग पर जोर दे रहे हैं। ऐसे में यह सेंटर निश्चित ही समायानुकूल है। टाट अप सेंटर के निदेशक डा0 मृत्यंजय कुमार सिंह की प्रशंसा करते हए डॉ0 श्रीवास्तव ने कहा की लगातार मेंहनत करके टीट अप शुरु करने वाले युवाओं को आगे लाने का काम किया है। उन्होंने कहा की वे चाहते है कि आरपीसीएयू ब्रांड का उत्पाद हर रेलवे स्टेशन और मॉल पर बिके और इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए गये हैं। इस अवसर पर कुलपति ने मशरूम के बिस्किट एवं नमकीन तथा मधु के उत्पाद को भी लाँच किया जिसका विपणन एग्रीवेंचर के सहयोग से किया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए निदेशक आधार विज्ञान एवं मानविकी संकाय के निदेशक डा0 सोमनाथ राय चौधरी ने कहा कि कुलपति डॉ0 श्रीवास्तव इस कोविड के दौरान भी लगातार चौदह पंद्रह घंटे विश्वविद्यालय के लिए काम करते रहते है। उनकी योजनाओ को पूरा करने के लिए वैज्ञानिक हर संभव प्रयास कर रहे है। कार्यक्रम को फेसिलिटेशन के निदेशक डॉ0 मृत्यूंजय कुमार, निदेशक कम्यूनिटी साइंस डॉ0 मीरा कुमार ने भी संबोधित किया। डॉ0 मीरा कुमार ने बताया कि कुलपति के निर्देश पर हर्बल गुलाल का उत्पादन विश्वविद्यालय कर रहा है और इसके मार्केटिंग के लिए योजना तैयार की जा रही है। कार्यक्रम में सह निदेशक अनुसंधान डॉ0 एनके सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के दौरान निदेशक शिक्षा डॉ0 एमएन झा, निदेशक कृषि , डॉ0 केएम सिंह, निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ0 एमएस कुंडू सहित विभिन्न वैज्ञानिक एवं कर्मचारी मौजूद थे। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ0 सुलेखा ने किया।