मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सकों की अनुपस्थिति पर मांगे गए स्पष्टीकरण

एमसीआई के निरीक्षण में राज्य के 6 मेडिकल कॉलेजों में 182 चिकित्सक मिले अनुपस्थित अनुपस्थित चिकित्सकों को 7 दिनों के अंदर विभाग को देना होगा स्पष्टीकरण
दोषी पाए गए चिकित्सकों के विरुद्ध होगी प्रशासनिक कार्रवाई
पटना/ 21 मई : भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) ने चिकित्सकों की उपस्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के 6 मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान इन संस्थानों में कुल 182 चिकित्सक अनुपस्थित पाए गए जिसमें 30 नियमित एवं 152 संविदागत चिकित्सक शामिल थे. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सख्त रुख अपनाया है.
7 दिनों के अंदर देना होगा स्पष्टीकरण : एमसीआई के निरीक्षण में पाए गए अनुपस्थित चिकित्सकों की रिपोर्ट को स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता से लिया है. साथ ही इसको लेकर उचित जाँच करवाने पर ज्ञात हुआ है कि निरीक्षण की तिथि पर बहुत से चिकित्सक अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित थे. इस क्रम में स्वास्थ्य विभाग ने निरीक्षण में अनुपस्थित पाए गए चिकित्सकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के आदेश जारी करते हुए सभी को 7 दिनों के अंदर अनुपस्थिति का कारण स्पष्ट करते हुए अपना उत्तर विभाग को सुपुर्द करने का निर्देश जारी किया है.
प्रशासनिक कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू: निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए कुल 182 चिकित्सकों के ख़िलाफ़ विभागीय आंतरिक प्रशासनिक कार्यवाही शुरू कर दी गयी है. आंतरिक प्रक्रिया के फलस्वरूप दोषी पाए गए संविदागत, टेन्योर पर कार्यरत चिकित्सकों की संविदा एवं टेन्योर को समाप्त कर दिया जाएगा. साथ ही नियमित चिकित्सकों के विरुद्ध भी उचित अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी.
तिथि-वार निरीक्षण से हुआ खुलासा: एमसीआई के निरीक्षण दल ने मार्च महीने से लेकर मई महीने में राज्य के 6 मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल का निरीक्षण किया था. श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, मुज्ज़फरपुर में 7 मार्च एवं 16 मई को निरीक्षण किया गया जिसमें कुल 41 संविदागत एवं 11 नियमित चिकित्सक अनुपस्थित मिले थे. जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, मधेपुरा में 10 मई को निरीक्षण किया गया जिसमें कुल 16 संविदागत एवं 11 नियमित चिकित्सक अनुपस्थित मिले थे. वर्धमान इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज, पावापुरी में 4 मई को निरीक्षण किया गया जिसमें कुल 5 संविदागत एवं 2 नियमित चिकित्सक अनुपस्थित मिले थे. गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, बेतिया में में 4 मई को निरीक्षण किया गया जिसमें कुल 12 संविदागत एवं 2 नियमित चिकित्सक अनुपस्थित मिले थे. अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, गया में 3 मई को निरीक्षण किया गया जिसमें कुल 24 संविदागत एवं 1 नियमित चिकित्सक अनुपस्थित मिले थे. जवाहर लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में 15 अप्रैल को निरीक्षण किया गया जिसमें कुल 54 संविदागत एवं 3 नियमित चिकित्सक अनुपस्थित मिले थे.
विभाग द्वारा अनुपस्थित चिकित्सकों के विरुद्ध सख्त कदम उठाने से भविष्य में चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पतालों में चिकित्सकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित हो पाएगी. साथ ही आने वाले समय में भारतीय चिकित्सा परिषद के निरीक्षण के दौरान चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पतालों में इस प्रकार की कमियां प्रतिवेदित नहीं हो पाएंगी.