अस्पतालों में मरीजों को ओपीडी की भीड़ से मिलेगा छुटकारा, कतार प्रबंधन प्रणाली की हुई शुरुआत

ओपीडी में दिखाने के लिए ऑनलाइन नंबर लगाने की हुई व्यवस्था
मोबाइल एप्लीकेशन से भी लगाया जा सकेगा ओपीडी में नंबर अनावश्यक भीड़ में कमी के लिए मरीजों को दिए जाएंगे टोकन

बक्सर/ 12 जुलाई: सरकारी अस्पतालों में ओपीडी रजिस्ट्रेशन के बाद चिकित्सक से परामर्श प्राप्त करने के लिए मरीजों को काफी अव्यवस्थित भीड़ का सामना करना पड़ता है. इस समस्या को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने मरीजों की सुविधा के लिए नई पहल करते हुए कतार प्रबंधन प्रणाली की शुरुआत की है. अब मरीज निजी अस्पतालों की तरह सरकारी अस्पतालों के ओपीडी में चिकित्सक से मिलने के लिए वेबसाइट एवं मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए घर बैठे ऑनलाइन नंबर लगा सकते हैं. साथ ही ऑनलाइन एवं हॉस्पिटल में जाकर ओपीडी रजिस्ट्रेशन करने वाले दोनों तरह के मरीजों को ओपीडी में चिकित्सकों से परामर्श लेने के लिए टोकन प्रणाली की भी व्यवस्था की गयी है.

प्रधान सचिव ने पत्र लिखकर दिए थे निर्देश : ओपीडी की सुविधा को ऑनलाइन करने के उद्देश्य से प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग संजय कुमार ने इस वर्ष के मई माह में कार्यपालक निदेशक राज्य स्वास्थ्य समिति सहित सभी जिलों के जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र लखकर इसके विषय में निर्देश दिए थे. पत्र के माध्यम से बताया गया कि बिहार राज्य के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों से लेकर जिला एवं प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य केन्द्रों तक के मरीजों को ओपीडी में चिकित्सक से मिलने के लिए ऑनलाइन नंबर लगाने की व्यवस्था शुरू की गयी है एवं इसके लिए वेब साईट( www.statehealthsocietybihar.org) की अधिकारिक सूचना भी दी गयी. साथ ही मोबाइल एप्लीकेशन-स्वस्थ बिहार की सहायता से ओपीडी में अपॉइंटमेंट एवं पंजीकरण के बारे में भी बताया गया.

मरीजों को ओपीडी में दिखाने से पूर्व टोकन की व्यवस्था: ओपीडी में दिखाने के लिए ऑनलाइन नंबर लगाने वाले मरीजों को ओपीडी स्लिप देने के लिए अस्पतालों में अलग से काउंटर की व्यवस्था की गयी है. ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेने वाले एवं ओपीडी काउंटर से रजिस्ट्रेशन कराने वाले दोनों तरह के मरीजों को ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर से मिलने वाली पर्ची पर टोकन नंबर के साथ संबंधित चिकित्सक का नाम भी अंकित होगा जिसकी सहायता से मरीज बिना भीड़ का सामना किए आसानी से चिकित्सक से ईलाज या परामर्श प्राप्त कर पायेंगे. साथ ही टोकन की सहायता से मरीज चिकित्सक कक्ष के सामने बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर सकेंगे. टोकन नंबर के मुताबिक ही चिकित्सक मरीजों को ओपीडी की सेवा उपलब्ध करायेंगे.

इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले की होगी व्यवस्था: सभी चिकित्सकों के कक्ष के दरवाजे के ऊपर चिकित्सक के नाम सहित मरीज का टोकन नंबर प्रदर्शित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले लगाए जाएंगे. साथ में एक दूसरा ऐसा ही इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले मरीजों के वेटिंग एरिया में भी लगाया जाएगा. साथ ही मरीजों एवं उनके परिजनों को बैठने के लिए समुचित प्रकाश, पंखा/कूलर, शुद्ध पेयजल तथा अन्य जन-सुविधा बहाल की जाएगी.