वैचारिक मतभेद सही सूचना से दूर नहीं रख सकता

दिनांक – 12 दिसम्बर 2020 – गुना, मध्य प्रदेश
सूचना क्रांति के युग में आम नागरिकों तक सूचनाओं का ताँता सा लग गया है. You tube, फसेबूक , व्हाटस एप जहाँ व्यक्तिगत विचारों को दुसरे से साझा करने का अधिकार और अवसर देता है वहीं इन चैनलों के माध्यम से समाज में भ्रामक ख़बरों और जानकारी का प्रसार भी बढ़ा है ,लोगों को भ्रमित करने में इन चैंनलों की महतवपूर्ण भूमिका रही है, गलत सूचना के प्रवाह और अनहोनी घटनाएं समाजिक ताने बाने को बिगारने में राजनितिक पार्टियों के साथ साथ असमाजिक तत्वों ने इस सोशल मीडिया चैनल का भरपूर इस्तेमाल किया और सदियों पुराणी परम्पराओं , भाईचारे को कमजोर करने में कोई कसर नहीं छोरा, कोरोना काल में तो भ्रामक और गलत जानकारी ने लोगों की जान तक लेली, जानकारी के आभाव में कई जगह से खबर आई की लोगों ने ब्लीच , सेनिताइज़ेर का घोल भी पी लिया और अपनी जान को जोखिम में डाल लिया. विषय की अहमियत को देखते दिल्ली स्थित सामजिक संगठन डाटा लीड्स, इंटर्नन्यूज, गूगल ओर्ग और गूगल न्यूज़ के सहयोग से ग्राम वाणी द्वारा संचालित समुदायिक मीडिया नेटवर्क- मोबाइल वाणी के माध्यम से भारत में मीडिया लिट्रेसी कार्यक्रम चलाया जा रहा है इसी सन्दर्भ में आज गुना , राजगढ़ के युवाओं, पत्रकारों और समाजिक कार्यकर्ताओं के साथ 2 घंटे से ज्यादा का ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. यह प्रशिक्षण गूगल मीट के माध्यम से समाचारों की समझ , तथ्यों की परक और तथ्य आधारित ख़बरों का संकलन , सम्पादन और प्रसारण के सन्दर्भ में विशेष रूप से चर्चा की गयी, चर्चा के दौरान , विज्ञापन , ख़बरों, प्रोपगंडा और राय के बीच बारीक अंतर को संक्षेप में समझाया गया और स्थानीय स्तर पर सूचनाओं की इन समस्या से कैसे निपटा जाए विस्तार पूर्वक चर्चा हुई. इस कार्यशाला में 4 महिला प्रतिभागी मनीषा, मंजू दांगी, सलोनी शर्मा ने भाग लिया और गलत ख़बरों का हवाला दिया कैसे अभी 2 दिन पहले ही मुफ्त शिक्षा के प्रचार के लिए रिलायंस कंपनी का सहारा लिया गया , जांच करने पर खबर गलत साबित हुआ.

आज के इस प्रशिक्षण में प्रतिभागी के रूप में आए वीर यादव, जितेंदर, मंजू दांगी और मनीषा का मानना है की इस प्रकार का प्रशिक्षण हर थोड़े समय पर होना चाहिए, यह प्रशिक्षण काफी उपयोगी है हमारे और हमारे समाज के लिए भ्रामक ख़बरों और जानकारी को रोकने में हमें मदद करेगा, आज के इस प्रशिक्षण से भ्रामक खबर पर खुद रोक लगाऊंगा और अन्य परिचितो को भी अवगत करूंगा की वह भी बचें और इसकी पहचान करें तभी किसी अन्य के साथ साझा करें. कार्यशाला का संचालन और प्रशिक्षक श्री सुल्तान अहमद– निदेशक मीडिया एवं गवर्नेंस ग्राम वाणी दिल्ली द्वारा किया गया.