फैक्टशाला के माध्यम से करें आलोचनात्मक दृष्टिकोण विकसित

दिनांक – 27अक्टूबर 2020

हर इंसान पूर्वाग्रह से ग्रसित है ,यह पूर्वाग्रह इंसान और समज के विकास में सबसे बड़ी बाधा है , सच तक पहुचने में रूकावट बनती है, भेदभाव के शिकार बनते और बनाते हैं और इसी पूर्वाग्रह की वजह से वगैर तथ्य के आधी अधूरी जानकारी और ख़बरें बांटते और बहस करते नज़र आजाते हैं. फैक्ट्शाला के माध्यम से श्री सुल्तान अहमद द्वारा साझा मंच समुदायिक मीडिया जो श्रमिक अधिकारों के लिए दिल्ली -एन सी आर के साथ साथ तमिलनाडू और अन्य राज्यों में कार्य करती के समुदायिक रिपोर्टर्स और प्रबंधक के साथ वर्कशॉप का आयोजन कर तथ्य परक ख़बरों के संकलन , तथ्यों की और आलोचनात्मक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए 3घंटे के वर्कशॉप का आयोजन किया गया , इस कार्यशाला में दिल्ली ,गुडगाँव , बहादुरगढ़, तमिलनाडू के 30 से जयादा स्वयं सेवकों ने प्रशिक्षण में भाग लिया.

इस कार्यशाला में प्रशिक्नार्थियों के रूप में आए रफ़ी अहमद का कहना है की आज की ट्रेनिंग काफी उपयोगी रही , आज से पहले हम लोग किस भी फेस बुक पोस्ट ,व्हाट्स अप मेसेज को बिना रोकटोक के फॉरवर्ड करते रहते थे , आज की इस ट्रेनिंग के बाद हमें पता चला की किसी खबर या पोस्ट के पीछे क्या छुपा रहता है , उसके तथ्यों की जांच किए बगैर कसी खबर को आगे नहीं बढ़ाना चाहिए,  हम सब लोग के मन में सवाल उठने चाहिए तभी हम तथ्यों की ओर आगे बढ़ेंगे , आज की इस ट्रेनिंग हमारे लिए काफी उपयोगी रही.

मानेसर से जुड़े एक प्रतिभागी राम जो की सेफ इन इंडिया संस्था के साथ काम करते हैं खास कर उन मजदूरों के अधिकार के लिए जो फक्ट्रोरी में काम करते हुए दुर्घटना ग्रस्त होजाते हैं अपने शारीर के अंगों को गँवा देते हैं उनके अधिकार दिलाने का काम करते हैं , इनका कहना है की आज से पहले जब भी कोई कुछ कहता था उसे हम सही मान विश्वास कर लेते थे , फेस बुक पर किसी व्यक्ति के फोटो के साथ कुछ भी लिखा होता था उसे हम सही मान साझा कर देते थे लेकिन आज की इस कार्यशाला से पता चला की ऐसे फोटो और मेसेज भ्रामक हो सकते हैं और इनकी सत्यता की पड़ताल के बाद ही आगे साझा करना चाहिए,आलोचनात्मक सोच में बदलाव आया और अब तथ्यों की परक में मदद मिलेगी.

बताते चलें की फैक्ट्शाला  का उद्देश्य गलत सूचना को खोजना और पहचानने के साथ समाचार और अन्य ऑनलाइन सूचनाओं और विचारों  के रूपों के बीच अंतर कर प्रशिक्नार्थी को विश्वसनिय जानकारी तक पहुचने में मदद करना है.