पोषण पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले होंगे पुरस्कृत

भारत सरकार द्वारा प्रेषित मार्ग-दर्शिका के आधार पर होगा चयन
वर्ष 2018-19 में पोषण अभियान के अंतर्गत किये गए कार्यों का होगा मूल्यांकन. जिला, प्रखंड एवं क्षेत्रीय स्तर के पुरस्कार होंगे शामिल.
लहर डेस्क पटना/ 26 अप्रैल: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने पोषण पर बेहतर कार्य करने वालों को राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर पुरस्कृत करने का फ़ैसला किया है. इसके लिए वर्ष 2018-19 के दौरान पोषण अभियान के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वालों को इंसेंटिव आधारित पुरस्कार दिया जाएगा. सहायक निदेशक आईसीडीएस सह नोडल अधिकारी श्वेता सहाय ने पत्र के माध्यम से इसके विषय में विस्तार से जानकारी दी है.
पत्र में बताया गया है कि विभिन्न स्तरीय पुरस्कार वितरण हेतु एसओपी तैयार किया गया है. राज्य के सभी आईसीडीएस जिला कार्यक्रम प्रबंधकों को पुरस्कार के लिए चिन्हित कर्मियों की सूची निदेशालय को उपलब्ध कराने को निर्देशित किया गया है. जिले स्तर पर तैयार की गयी सूची की हार्डकॉपी को निदेशालय भेजने के साथ इसकी जानकारी ऑनलाइन भी उपलब्ध कराने की बात कही गयी है.

पुरस्कार के प्रकार : इंसेंटिव अवार्ड के लिए चयन की प्रक्रिया भारत- सरकार द्वारा प्रेषित मार्ग-दर्शिका के अनुसार की जाएगी. यह मार्ग -दर्शिका पोषण अभियान के प्रशासनिक अनुमोदन के आलोक में तैयार की गयी है. इसमें राष्ट्रीय स्तर पर तीन प्रकार के पुरस्कार होंगे. पहला पुरस्कार सर्वोतम जिला का होगा जिसमें राज्य से एक जिले को चुना जाएगा. इस पुरस्कार में प्रमाण पत्र के साथ मेडल दिया जाएगा. दूसरा पुरस्कार राज्य से एक सर्वोतम परियोजना या प्रखंड का होगा जिसमें प्रमाण पत्र के साथ मेडल दिया जाएगा. तीसरा पुरस्कार क्षेत्रीय स्तर पर कार्य करने वाले आंगनवाडी, सेविका, सहायिका, आशा, एएनएम एवं महिला पर्यवेक्षकों को संयुक्त रूप से पोषण पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाएगा. इसके लिए राज्य से किन्हीं दो कर्मियों का चुनाव का होगा जिन्हें 2.5 लाख रूपये की इंसेंटिव राशि पुरस्कार के रूप में दिया जाएगा.
राज्य स्तरीय पुरस्कार में भी तीन प्रकार के पुरस्कारों को शामिल किया गया है. पहला पुरस्कार सर्वोतम जिले का होगा जिसमें राज्य स्तर पर तीन सर्वोतम प्रदर्शन करने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा. इस पुरस्कार के लिए मेडल एवं प्रमाण पत्र दिया जाएगा. दूसरा पुरस्कार सर्वोतम प्रखंड या परियोजना का होगा जिसमें राज्य स्तर पर 10 सर्वोतम प्रदर्शन करने वाले प्रखंड या परियोजना को पुरस्कृत किया जाएगा. आखिरी पुरस्कार में प्रत्येक परियोजना से एक आँगनवाड़ी, सेविका, सहायिका,आशा, एएनएम एवं महिला पर्यवेक्षक को संयुक्त रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर 50 हजार रूपये पुरस्कार राशि के रूप में दी जाएगी. इसके लिए पूरे राज्य से कुल 544 लोगों को पुरस्कृत किया जाएगा.