देखो-देखो रेनू होली है आई

DAWN से साभार - इस फोटो में कृष्णा भारत से पकिस्तान आई है होली मानाने.
देखो-देखो रेनू होली है आई … आशा किरण बेटी गौरव के चेहरे पर खुशियां हैं आई. मौसम ने ली है अंगड़ाई.
शीत ऋतु की हो रही है विदाई.
ग्रीष्म ऋतु की स्वागत है आई.सूरज की किरणों ने गर्मी लाई.देखो-देखो रेनू होली है आई..
नन्हे मुनने ने होली की योजना बनाई.रंगबिरंगी पिचकारियां बाबा से है मंगवाई. रंगों और गुलाल की सूची बनाई.जिसकी चाचा जी ने अनुमति है नहीं दिलवाई.
दादाजी ने प्राकृतिक रंगों की बात है समझाई.जिस पर सभी बच्चों ने सहमति है जतलाई.बच्चों ने खूब मिठाइयां खाकर शहर में खूब धूम है मचाई.
देखो-देखो रेनू होली आई….
होली ने भक्त प्रहलाद की भक्ति को जीत करवाई. बच्चों और बड़ों ने कचरे और अवगुणों की होली है जलाई. होली ने कर दी है मन , कचरे की सफाई. जिसने दी है प्रेम की जड़ों को गहराई.
देखो देखो रेनू होली आई….
बच्चों! अब है परीक्षा की घड़ी आईमन लगा कर करो पढ़ाई वरना सहनी पड़ेगी पिटाई अथक परिश्रम देगी सफलता. होगा प्रतीत ऐसा होली-सी खुशियां हैं फिर लौट आई
देखो-देखो रेनू होली है आई…
लेखक – संतोष कुमार मंडल