आशा फ़ैसिलिटेटरों की प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ आयोजन

लहर डेस्क- पटना 10 मई: स्वास्थ्य के मानकों में सुधार लाने और स्वास्थ्य संबन्धित सुविधाओं को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से जिला स्वास्थ्य समिति पटना द्वारा आशा फ़ैसिलिटेटरों की चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें जिले के सभी प्रखण्डों की आशा फ़ैसिलिटेटरों ने भाग लिया.
कार्यशाला में जिला सिविल सर्जन डॉ॰ राज किशोर चौधरी ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य सभी आशा की क्षमता विकास करके उनके अधिकारों और कर्तव्यों को सुनिश्चित करना है. सभी आशा फ़ैसिलिटेटर को बताया गया कि यहाँ से जाने के बाद वह अपने क्षेत्र की आशाओं को प्रोत्साहित करें ताकि स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने में आशाएं भी अपना सम्पूर्ण योगदान दे सकें.आशाओं को स्वास्थ्य सुविधाओं के विषय में अवगत कराने के लिए आशा फ़ैसिलिटेटरों को निर्देशित भी किया गया.
इस अवसर पर केयर इंडिया के विनय कुमार ने कहा कि सभी फ़ैसिलिटेटर अपने क्षेत्र की आशाओं को परिवार नियोजन पर जानकारी दें. साथ ही परिवार नियोजन के नवीन साधन जैसे अन्तरा एवं छाया के विषय में सम्पूर्ण जानकारी आशाओं के माध्यम से उनके क्षेत्र की महिलाओं तक पहुँचाना सुनिश्चित करायें. कार्यशाला में आयुष्मान भारत के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गयी एवं इस योजना के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने के लिए जन-जागरूकता की जरुरत पर बल दिया गया. सुरक्षित मातृत्व के लिए हर महीने की 9 वीं तारीख को चलायी जाने वाली प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के विषय में फ़ैसिलिटेटरों को जानकारी दी गयी एवं उनके माध्यम से आशाओं तक इस अभियान के विषय में जागरूक करने को कहा गया. 4 प्रसव पूर्व जाँच सुरक्षित मातृत्व के लिए जरुरी माना जाता है. इसके लिए प्रत्येक महीने की 9 वीं तारीख को राज्य में हर जिले के सरकारी एवं कुछ चयनित निजी अस्पतालों पर गर्भवती माताओं की निःशुल्क प्रसव पूर्व जाँच करने का प्रावधान है. इस कार्यशाला में सिविल सर्जन के अलावा पटना के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक विवेक सिंह , जिला सामुदायिक उत्प्रेरक संतोष कुमार के अलावा सभी प्रखण्डों की आशा फ़ैसिलिटेटर उपस्थित थे.