आशा संगिनियों को दी गयी प्रशिक्षण, क्लस्टर मीटिंग में आशाओं का करेंगी क्षमता वर्धन

चंदौली/12 जुलाई : स्वास्थ्य सेवाओं को क्षेत्रीय स्तर पर क्रियान्वित करने में आशाओं की भूमिका अहम होती है। आशाओं के पर्यवेक्षण के लिए आशा संगिनियों की नियुक्ति की गई है। आशा संगिनियों को प्रशिक्षित कर उनके द्वारा आशाओं का क्लस्टर मीटिंग के जरिए क्षमता वर्धन करने के उद्देश्य से संगिनियों की तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के माध्यम से गर्भवती महिलाओं की पहचान एवं उनका पंजीयन, प्रसव पूर्व जाँच की उपयोगिता, संस्थागत प्रसव एवं उच्च जोखिम गर्भावस्था के विषय मे विस्तार से जानकारी दी गयी।
इस अवसर पर जिला सामुदायिक विशेषज्ञ टेक्निकल सपोर्ट यूनिट अजय कुमार ने गर्भावस्था की पूर्व पहचान एवं समय पर पंजीयन के विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गर्भावस्था की पूर्व पहचान एवं समय से पंजीयन महिला को गर्भावस्था के दौरान प्रदान की जाने वाली सरकारी सेवाओं से जोड़ती है। माता एवं गर्भस्थ शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए गर्भावस्था के दौरान 4 प्रसव पूर्व जाँच अत्यंत जरूरी होता है। इससे गर्भावस्था के दौरान होने वाली संभावित जटिलताओं की पुष्टि के साथ समय से निराकरण हो पाता है। इनके अलावा सुरक्षित प्रसव के लिए महिला को संस्थागत प्रसव के फायदों के बारे में जागरूक करना भी जरूरी है। मातृ एवं शिशु मृत्यु में कमी लाने में संस्थागत प्रसव प्रभावी होता है। उन्होंने नवजात शिशुओं में होने वाली गंभीर समस्याओं की लक्षण के आधार पर पहचान करने की भी बात बताई। उन्होंने बताया कि शिशु का स्तनपान ना करना, बच्चों में चिड़चिड़ापन का आना, शिशु का सुस्त रहना एवं सामान्य शारिरिक हरकत में कमी आना किसी गंभीर समस्या का कारण हो सकता है। इस स्थिति में बच्चे को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में रेफ़र करने की जरूरत होती है।
प्रशिक्षण के लिए बेहतर संवाद जरूरी: जिला सामुदायिक विशेषज्ञ टीएसयू अजय परमार ने आशा संगिनियों को संबोधित करते हुए कहा कि बेहतर प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षु के साथ बेहतर संवाद स्थापित करना जरूरी होता है। साथ ही उनकी समस्या को समझकर विषयों को सरल बनाकर समझाने की जरूरत भी होती है। इसके लिए प्रशिक्षु को अपनी बात कहने का पूरा मौका देना चाहिए एवं समन्वय स्थापित करते हुए प्रशिक्षण को जारी रखना चाहिए।
इस दौरान जिले के सभी आशा संगिनियां एवं अन्य प्रखण्ड स्तरीय स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।