पी एम एम वी वाई में कम आवेदन अपलोड होने पर कार्रवाई के निर्देश
विशेष अभियान चलाकर तेजी लाने का प्रयास
27 मई से 2 जून तक राज्य के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर कैंप का आयोजन
पटना/28 मई: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना(पीएमएमवीवाई) में तेजी लाने के लिए राज्य
स्तर पर कवायद तेज कर दी गयी है. इसको लेकर राज्य भर में 27 मई से 2 जून तक
अभियान चलाकर सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर कैंप के माध्यम से पीएमएमवीवाई के आवेदन
जमा किए जा रहे हैं. साथ ही इस कैंप के माध्यम से मुख्यंत्री कन्या उत्थान योजना के भी
आवेदन जमा किए जा रहे हैं.
राज्य नोडल अधिकारी पीएमएमवीवाई अनीता कुमारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना
योजना में तेजी लाने के लिए प्रति आंगनवाड़ी केंद्र पीएमएमवीवाई के 11 लाभुकों का
आवेदन पीएमएमवीवाई-केस(कॉमन एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर) में अपलोड करने का लक्ष्य रखा
गया था. इसके लिए पूर्व में ही सभी जिलों को विस्तार से दिशा निर्देश भी दिए गए थे.
लेकिन पीएमएमवीवाई-केस डैशबोर्ड की समीक्षा के क्रम में राज्य के पाँच जिलों में लक्ष्य के
विरुद्ध उपलब्धि बहुत ही कम पाई गयी. सारण में 32 प्रतिशत, खगड़िया में 29 प्रतिशत,
किशनगंज में 19 प्रतिशत, बक्सर में 17 प्रतिशत एवं बांका में 17 प्रतिशत ही लक्ष्य के
सापेक्ष आवदेन अपलोड किए गए हैं जो चिंताजनक है. इसे देखते हुए राज्य भर में 27 मई
से 2 जून तक विशेष अभियान के तहत सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर कैंप लगाकर
पीएमएमवीवाई के अधिकतम आवेदन जमा करवाये जा रहे हैं. इसके लिए आईसीडीएस के
सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि सुनिश्चित करने के लिए
निर्देशित किया गया है.
लक्ष्य के अनुरूप प्रदर्शन नहीं करने पर होगी सख्ती: प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना के कुशल
कार्यान्वयन के लिए लक्ष्य के अनुरूप प्रदर्शन नहीं करने वाले संबंधित कार्यकर्ताओं के विरुद्ध
कार्रवाई की जाएगी. नोडल अधिकारी पीएमएमवीवाई ने कम आवेदन या शून्य आवेदन
अपलोड करने वाले आंगनवाड़ी सेविका के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने के लिए समस्त
आईसीडीएस जिला कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देशित किया है. साथ ही जिला कार्यक्रम
अधिकारियों को कम आवेदन अपलोड किए जाने पर संबंधित महिला विकास परियोजना
अधिकारी, महिला पर्यवेक्षकों एवं डाटा ऑपरेटरों से इसके विषय में स्पष्टीकरण मांगने के
लिए भी निर्देशित किया गया है.
यह है योजना: संस्थागत प्रसव में इजाफ़ा एवं गर्भवती महिलाओं को विशेष सुविधा मुहैया
कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की शुरुआत की
गयी है. इस योजना के तहत प्रथम बार माँ बनने वाली माताओं को 5000 रुपये की सहायक
धनराशि दी जाती है जो सीधे गर्भवती महिलाओं के खाते में पहुँचती है. इस योजना के तहत
दी जाने वाली धनराशि को तीन किस्तों में दिया जाता है. पहली क़िस्त 1000 रुपये की तब
दी जाती है जब गर्भवती महिला अपना पंजीकरण कराती है. दूसरी किस्त में 2000 रुपये
गर्भवती महिला को छः माह बाद होने प्रसव पूर्व जाँच के उपरान्त दी जाती है. तीसरी और
अंतिम क़िस्त में 2000 रुपये बच्चे के जन्म पंजीकरण के उपरांत एवं प्रथम चक्र का
टीकाकरण पूर्ण होने के बाद दिया जाता है