लालू यादव ने जेल से लिखा भावुक ख़त, tweet कर कहा- इस बार के चुनाव में सब कुछ दांव पर…

सुप्रीम कोर्ट ने लालू यादव की जमानत याचिका ख़ारिज की , लालू यादव ने लिखा भावनात्मक पत्र

नयी दिल्ली चारा घोटाले (Fodder Scam) में जेल में बंद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) की जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने खारिज कर दी है. लालू यादव (Lalu Yadav News) ने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कोर्ट से जमानत मांगी थी, लेकिन सीबीआई (CBI) ने उनकी जमानत याचिका का विरोध किया था. सीबीआई ने कहा था कि लालू यादव लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के लिए जमानत मांग रहे हैं. जमानत अर्जी खारिज होने के बाद लालू यादव ने ट्वीट कर कहा कि 44 वर्षों में पहला चुनाव है, जिसमें आपके बीच नहीं हूं. चुनावी उत्सव में आप सबों के दर्शन नहीं होने का अफ़सोस है. आपकी कमी खली रही है इसलिए जेल से ही आप सबों के नाम पत्र लिखा है. आशा है आप इसे पढ़ियेगा एवं लोकतंत्र और संविधान को बचाइयेगा. जय हिंद, जय भारत. लालू यादव ने अपने इस ट्वीट के साथ एक पत्र को साझा किया है. 

जेल से लिखा पत्र पेज – 1
जेल से लिखा पत्र पेज – 2
जेल से लिखा पत्र पेज- 3

सुप्रीम कोर्ट का फैसला – 1977 के पहली बाद पहली बार चुनाव से दूर लालू प्रसाद:

लालू यादव ने इसमें लिखा है, ‘इस वक्त जब बिहार एक नई गाथा लिखने जा रहा है. लोकतंत्र का उत्सव चल रहा है. यहां रांची के अस्पताल में अकेले बैठकर मैं सोच रहा हूं कि क्या विध्वंसकारी शक्तियां मुझे इस तरह कैद कराके बिहार में पिर किसी षड्यंत्र की पठकथा लिखने में सफल हो पाएंगी. मेरे रहते बिहारवासियों के सात मैं फिर से धोखा नहीं होने दूंगा. मैं कैद में हूं मेरे विचार वहीं. अपने विचारों को आपसे साझा कर रहा हूं, क्योंकि एक दूसरे से विचारों को साझा करके ही हम इन बांटने वाली ताकतो से लड़ सकते हैं. 

उन्होंने आगे लिखा, ‘इस बार चुनाव में सबकुछ दांव पर है. इस बार का चुनाव पहले जैसा नहीं है. देश, समाज, लालू यानी आपका बराबरी से सिर उठाकर चलने का जज्बा देने वाला और आपके हक और इज्जत और गरिमा सब दांव पर है. लड़ाई आर-पार की है. मेरे गले में सरकार और चालबाजों का फंदा फंसा हुआ है. उम्र के साथ शरीर साथ नहीं दे रहा पर आन और आबरू की लड़ाई में लालू की ललकार हमेशा रहेगी.