बिहार राज्य कार्यपालक सहायक जिला इकाई समस्तीपुर ने अपनी स्थायित्व की मांग को लेकर किया आंदोलन का शंखनाद

बिहार राज्य कार्यपालक सहायक जिला इकाई समस्तीपुर की एक आवश्यक बैठक समस्तीपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में सम्पन्न हुई। जिसमें सर्वसम्मति से विभिन्न पद पर पदधारकों का चयन किया गया। नवचयनित प्रखंड उपाध्यक्ष सोनाली कुमारी नें कहा कि जब तक हमारे सभी कार्यपालक सहायकों को स्थाई सेवा का दर्जा नहीं मिलता है तबतक हमारा चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि लाॅकडाऊन के दौरान हम कार्यपालक सहायकों से अपने अपने आवंटित पंचायत से विरमित कर प्रखंड तथा अनुमंडल मुख्यालय में बारह से पंद्रह घंटे काम लिया गया। किसी भी प्रकार का सुरक्षा उपाय नहीं किया गया और न हीं इस कोविद-19 आपदाकाल के लिए स्वीकृत अतिरिक्त इन्सेंटिव का भुगतान हीं। कार्यरत सहायकों को भुखे-प्यासे दिन रात काम करवाया गया। आपदाकाल में कराये गये काम का अतिरिक्त भुगतान, सेवा नियमितिकरण, महिला कार्यपालक सहायकों के पदस्थापित पंचायत में सभी आवश्यक सुविधा, सुरक्षा के इंतजाम, समय पर मानदेय और अन्य खर्चों का भुगतान सुनिश्चित होने तक हमारा संघ आंदोलन करेगा। संघ के सचिव अमित कुमार कर्ण तथा आई टी सेल प्रभारी आरती कुमारी नें अनवरत आंदोलन की घोषणा की। संघ के प्रखंड अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह नें कहा कि बिहार सरकार कार्यपालक सहायकों की अनदेखी कर रही है। कार्यपालक सहायकों के मानवीय हितों की रक्षा के लिए यदि जरूरत हुआ तो हम आगे भी जाएंगे। वहीं उपाध्यक्ष सोनाली कुमारी नें कहा कि प्रखंड से राज्य स्तर पर हम कार्यपालक सहायकों नें निर्णय लिया है कि सन्निकट बिहार विधान सभा चुनाव से पूर्व बिहार सरकार सेवा नियमितिकरण, वेतन निर्धारण और सरकारी सेवकों के लिए मान्य सभी सरकारी सुविधा मुहैया कराये, अन्यथा संघ माननीय उच्च न्यायालय के शरण में जाने तथा चरणबद्ध आंदोलन के लिए मजबूर होगी और इस दौरान सेवा में होने वाली कमी के लिए बिहार सरकार जबावदेह होगी।