पढ़िए कैसे बारिश ने बिहार वासियों का जीना दुस्वार किया?

‘आप’ की छात्र विंग सीवाईएसएस के पटना विश्वविद्यालय कमिटी का हुआ विस्तार, विश्वविद्यालय अध्यक्ष सचिन मिश्रा ने किया घोषणा।

• पीयू के सभी कॉलेजों में सीवाईएसएस गठित करेगी कमिटी, विश्वविद्यालय में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ़ होगा आंदोलन : सचिन
समस्तीपुर (अब्दुल कादिर) आम आदमी पार्टी की छात्र विंग छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) अपने सांगठनिक ढांचे को लगातार मज़बूत करने के प्रयास में जूटी हुई है। राज्य भर में सीवाईएसएस अपना विस्तार कर रही है तथा सक्रिय कार्यकर्ताओं को दायित्व सौंप रही है। इसी क्रम में पटना विश्वविद्यालय कमिटी का भी विस्तार किया गया है। सीवाईएसएस पटना विश्वविद्यालय अध्यक्ष सचिन मिश्रा ने मिडिया को जानकारी देते हुए बताया कि छात्रों के बिच लोकप्रिय चेहरा तथा छात्र हितों में लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे अभिजीत कुमार को महासचिव, अभिनव शेखर को प्रवक्ता तथा शशांक कुमार को आईटी सेल प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई
है। सचिन ने कहा है कि पटना विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति और बिहार की राजनीति दोनों विकल्प की कमी से जूझ रही है। सीवाईएसएस छात्रों को गोलबंद करते हुए ना केवल विश्वविद्यालय के अंदर मज़बूत विकल्प देने का काम करेगी बल्कि इस विधानसभा चुनाव में भी एक निर्णायक भूमिका में दिखेगी। सचिन ने आगे कहा है कि बहुत जल्द पीयू के सभी कॉलेजों में सीवाईएसएस अपनी कमिटी गठित करेगी तथा विश्वविद्यालय में व्यापक स्तर पर फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ़ बड़ा आंदोलन करेगी।
रूक – रूक कर हो रही वर्षा से ताजपुर की सड़कें झील में तब्दील

ताजपुर /समस्तीपुर (अब्दुल कादिर) ताजपुर प्रखंड के ताजपुर बाजार का रोड बना नदी। बताते चले कि वर्षात के पानी का निकासी(नाला) न होने के कारण ताजपुर बाजार एवं आस पास की सभी सड़कों की हालत इस प्रकार है कि थोड़ी सी वर्षात होने पर स्तिथि इतनी बदतर हो जाती है कि मानो रोड बन गया नदी।चाहे थाना चौक ताजपुर की बात की जाय या ताजपुर हॉस्पिटल चौक से नीम चौक या फिर नीम चौक से गांधी चौक एन एच 28 की बात की जाय,या फिर ताजपुर एन एच से गुदरी बाजार रोड की बात की जाय। स्थानीय विभाग के अफसरान हो या स्थानीय जन प्रतिनिधि सभी रोड बने नदी से बैतरणी पार गुजरते हैं, मगर किसी का इस ओर ध्यान नही होता है। इसको लेकर स्थानीय दुकानदारों द्वारा मीडिया के माध्यम से अनेको बार अवगत किया गया,मगर स्तिथि जस का तस। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि रोड बने नदी के कारण दूर देहात से आने वाले ग्राहक भूले-भटके एक बार जो ताजपुर में प्रवेश कर जाते है,फिर दुबारा आने का नाम नही लेते रोड की बदतर स्तिथि के कारण।रोड बने नदी के कारण स्थानीय सभी लोग परेशान हैं, यहाँ की स्तिथि को देखने वाले कोई नही। इलेक्शन नजदीक आते हीं नेता गण बड़े-बड़े वादा तो करते हैं , मगर जितने के बाद सभी उसे भुला देते है। किसी की नजर ताजपुर बाजार के जर्जर सड़कों पर नही पड़ता।
लगातार भारी बारिश एवं कोरोना महामारी के कारण और लॉकडाउन होने से श्रावण की तीसरी सोमवारी का उत्साह पड़ा फीका !

मोरवा/समस्तीपुर (अब्दुल कादिर)
क्षेत्र मे दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश एवं देशव्यापी लॉकडाउन के कारण श्रावण की तीसरी सोमवारी के दिन श्रद्धालुओं का उत्साह फीका पड़ गया।पिछले अन्य वर्ष मुकाबले जहां श्रावण की सोमवारी के दिन लाखों कांवड़ियों के द्वारा बाबा खुदनेश्वर पर जलाभिषेक किए जाते थे। वही देशव्यापी लॉकडाउन और लगातार भारी बारिश के कारण दिनभर इक्का-दुक्का श्रद्धालुओं का ही जाना आना जारी रहा। मंदिर न्यास समिति अध्यक्ष इंद्रदेव शर्मा के अनुसार लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। श्रावण महीने में एवं सोमवारी के दिन लगने वाले सोमवारी मेले को पूरी तरह स्थगित किया जा चुका है। देशव्यापी विषम परिस्थिति कोरोना महामारी के कारण श्रद्धालुओं का आना कम हो गया है। इसके बावजूद श्रद्धा के साथ बाबा के दरबार में आने वाले निकटवर्ती श्रद्धालुओं को, किसी प्रकार से जलाभिषेक लॉक डाउन का पालन करते हुए करा दिया जाता है।
लगातार बारिश से उजड़ गए कई गरीबों के घर, मिले मुआवजा :- अमित कुमार ।

पूसा /समस्तीपुर (अब्दुल कादिर) 20 जुलाई ।
मूसलाधार बारिश ने सोमवार को कहर बरपाया। प्रखंड में लगातार बारिश से कई गरीबों के घर उजड़ गए व कुुुछ कच्चे मकान ध्वस्त हो गए। गरीब बेघर हो गए। उनका आशियाना उजड़ गया। रहने का कोई ठौर ठिकाना नहीं बचा है। ग़नीमत है कि जान माल की क्षति नहीं हुई है। प्रभावित लोगों को मुआवजा की दरकार है। इसको लेकर भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रशासन व सरकार से मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि तेज बारिश से जिन गरीबों के घर उजड़ गए व ध्वस्त हो गए हैं उनके सामने परिवार को बारिश- आंधी से बचाना व सुरक्षित रखना अभी तत्काल चुनौती बनी हुई है। उन्होंने कहा कि मूसलाधार बारिश से चलते काश्तकार भी परेशान हैं। रोपे गए धान की फसल कई जगहों पर पूरी तरह से डूबी हुई है, सब्जी के खेतों का भी यही हाल है।किसान अपने स्तर पर खेतों से पानी निकालने का प्रयास कर रहे हैं। परंतु अभी भी तेज़ बारिश की चेतावनी किसानों को और डरा रही है। जिन कृषकों का फसल नुकसान हुआ हैै उन्हें सरकार से फसल नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है।