कृषि,किसानी और मौसम का हाल कृषि विश्विद्यालय की खास पहल

कुछ जिलों में 8 जुलाई तक होगी हल्की से मध्यम वर्षा, भारी बारिश के आसार नहीं

डॉ राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा स्थित कृषि मौसम विभाग के कृषि मौसम सेवा एवं भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयोग से जारी आगामी 08 जुलाई तक के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, 4 से 8 जुलाई की अवधि में उत्तर बिहार के जिलों के आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाये रह सकते है। अगले 24 घंटो में दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चम्पारण एवं सिवान जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की सम्भावना है। इन जिलों में 8 जुलाई के बाद तथा बाकी सभी जिलों में पूरे पूर्वानुमानित अवधि में अच्छी वर्षा की सम्भावना नहीं है, हलाकि इन जिलों के अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 31 से 36 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 15 से-20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पूरवा हवा चलने का अनुमान है।

किसान भाइयों के लिए जरूरी सुझाव:

तकनिकी पदाधिकारी कृषि विशेषज्ञ डॉ गुलाब सिंह, एवं नोडल पदाधिकारी मौसम विशेषज्ञ डॉ ए सत्तार ने मौसम पूर्वानुमान एवं पूर्व के मौसम अनुभवों के आधार पर किसान भाईयो को सलाह देते हुए कहा है कि
पिछले दिनों में उत्तर बिहार के जिलों में साढ़े छः मिमी वर्षा दर्ज की गई है। वर्षा के जल का लाभ उठाते जिन किसानों के पास पान का विचड़ा तैयार हो वे नीची तथा मध्यम जमीन में रोपनी करें । धान की रोपाई के समय उर्वरकों का व्यवहार सदैव मिट्टी जाँच के आधार पर करें । यदि मिट्टी जाँच नहीं कराया गया हो तो मध्यम एवं लम्बी अवधि की किस्मों के लिए 30 किलोग्राम नेत्रजन , 60 किलोग्राम स्फुर एवं 30 किलोग्राम पोटाश के साथ 25 किलोगाम जिंक सल्फेट या 15 किलोगाम प्रति हेक्टर चिलेटेड जिंक का व्यवहार करें । विगत वर्षों के अनुभवों के आधार पर जो किसान धान का बिचड़ा अब तक नहीं गिरायै हो, वे नर्सरी गिराने का कार्य 10 जुलाई तक सम्पन्न कर लें। धान की अगात किस्में जैसे – प्रभात , धनलक्ष्मी, रिछारिया, साकेत -४ , राजेन्द्र भगवती एवं राजेन्द्र नीलम उत्तर बिहार के लिए अनुशसित है। एक हेक्टेयर क्षेत्रफल में रोपाई हेतु 8सौ से एक हजार बर्ग मीटर क्षेत्रफल में बीज गिरावें।

किसान भाई ऊचास जमीन में तिल की बुआई करें । कृष्णा, काँके सफेद, कालिका और प्रगति तिल की अनुशंसित किस्में हैं। बुआई के समय प्रति हेक्टेयर 60 किवन्टल कम्पोस्ट , 20 किलो नत्रजन , 20 किलोस्फुर एवं 20 किलो पोटाश का व्यवहार करें। बीजदर 4 किलो प्रति हेक्टेयर तथा कतार से कतार एवं पौध से पौध की दुरी 30 सेमी गुने १० सेमी रखें। बुआई से पहले ग्राम थीरम दवा से प्रति किलोग्राम बीज को उपचारित करे ।

उचास जमीन में अरहर की बुआई करें । उपरी जमीन में बुआई के समय प्रति हेक्टेयर 20 किलोग्राम नेत्रजन , 45 किलोग्राम स्फुर , 20 किलोग्राम पोटाश तथा 20 किलोग्राम सल्फर का व्यवहार करें। अरहर की बहार, पूसा 8 , नरेद्र अरहर 1 , मालवीय -13 , राजेन्द्र अरहर- आदि किस्में बुआई के लिए अनुशसित है। बीज दर 18 से 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर रखें। बुआई के २४ घंटे पूर्व २.५ ग्राम थीरम दवा से प्रत्ति किलोग्राम बीज की दर से बीजों का उपचार करे । बुआई के ठीक पहले उपचारित बीज को उचित राईजोबियम कल्चर से उपचारित कर बुआई करनी चाहिए ।

प्याज की खेती करने वाले किसान भाई बीजस्थली में जहाँ बिचड़े १५ से २० दिनो के हो गये हो वहां से खर – पतवार निकाले। पौधशाला को तेज धूप अथवा वर्षा से बचाने लिए बिचड़ा स्थल को 40 प्रतिशत : छायादार नेट से 6 से 7 फीट की ऊंचाई पर ढ़क सकते है । जो किसान भाई खरीफ प्याज का बिचड़ा अब तक नहीं गिराये हों उन्हें उथली क्यारिओं में यथाशीघ्र नसरी गिरा लेना चाहिए। नर्सरी में जल निकास की व्यवस्था रखें । एन०-५३ , एग्रीफाउण्ड डाक रेड, अर्का कल्याण , भीमा सुपर खरीफ प्याज के लिए अनुशंसित किस्में है । बीज को कैप्टान या धीरम / २ ग्राम प्रति किलो बीज की दर से मिलाकर बीजोपचार कर लें। प्याज के स्वस्थ पौध के लिए पौधशाला से नियमित रूप से खरपतवार को निकालते रहें और कीट – व्याधियों से बचाव के लिए नर्सरी की निगरानी करते रहें ।

किसान भाई उचास जमीन में बरसाती सब्जियों जैसे- भिंडी , लौकी , नेनुआ , करेला , खीरा आदि की बुआई करें। गरमा सब्जियों की फसल में कीट – व्याधियों की निगरानी करते रहे ।

किसान भाई गोशाला में रात के समय नीम की पत्तियों का धुआ करें ताकि मच्छर तथा मक्खियों के प्रवेश पर नियंत्रण हो सके। पशुओ के निवास स्थान की साफ – सफाई करते रहे । दूधारू पशुओं को हरे चारे के साथ – साथ सूखा चारा ( ५०:५० ) के अनुपात में खिलायें तथा २०-३० ग्राम खनिज मिश्रण व नमक प्रतिदिन दें ।

शिक्षण संस्थान के प्रति सरकार की उदासीनता

समस्तीपुर। शुक्रवार को निजी शिक्षण संस्थानों के प्रति सरकार के उदासीन व उपेक्षा पूर्ण रवैए को लेकर निजी कोचिंग संघ के बैनर तहत कैंडल मार्च निकाल कर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। फिजिकल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए मास्क लगाए कोचिंग संचालकों के इस मार्च का नेतृत्व संघ के अध्यक्ष अमरजीत कुमार, सचिव ए. कुमार एवं मीडिया प्रभारी सौरभ चौधरी ने संयुक्त रूप से किया। विदित हो कि कोरोना महामारी के कारण बिगत 4 महीने से सभी कोचिंग व स्कूल बंद है। जिसके कारण शिक्षको के समक्ष घोर आर्थिक संकट व भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। आम आदमी को लॉक डाउन की कठिन परिस्थिति में राहत देने के लिए विभिन्न प्रकार की घोषणा करने वाली सरकारों ने इन निजी संस्थानों और इसमें कार्यरत शिक्षकों व अन्य कर्मियों के कठिनाइयों से राहत के लिए कोई घोषणा नहीं की है। इस प्रदर्शन के माध्यम से निजी शिक्षण संस्थान के संचालकों ने सरकार से मांग है कि इस ओर जल्द से जल्द ध्यान दिया जाय। मीडिया प्रभारी श्री चौधरी ने बताया कि सभी कोचिंग संस्थान भाड़े के मकान में चल रहे है, लॉक डाउन की अवधि में सबकुछ ठप्प होने से मकान का भाड़ा भी देना कठिन हो गया है, शिक्षकों व कर्मियों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। इस दिशा सरकार को शीघ्र सार्थक एवं ठोस पहल करनी चाहिए। इन संस्थानों व इसमें कार्यरत कर्मियों के लिए अविलंब एक राहत पैकेज की घोषणा सरकार करे ताकि सभी शिक्षकों व कर्मियों तत्काल परिवार चलाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाय। साथ ही छात्रों को भी रूम रेंट माफ करने के लिए भी जरूरी कदम उठाना चाहिए। मौके पर डॉ संतोष कुमार, रतन झा, नीरज भारद्वाज, एन. के. चौधरी, अभय झा, पप्पू यादव, पी.के.झा, राहुल सिंह राणा सुरेंद्र सिंह (माले नेता),बंदना सिंह (माले नेत्री),अनंत कुशवाहा जिला अध्यक्ष रालोसपा, राजद युवा अध्यक्ष अमरेश राय, जाप जिला अध्यक्ष मनीष यादव, सचिन कुमार, ए. एजाज, दीपू सिंह, नवीन कुमार, आदि मौजूद थे।

बी. एड. नामांकन प्रवेश परीक्षा अगले आदेश तक के लिए स्थगित, लनामिविवि ने जारी की अधिसूचना

दरभंगा। शुक्रवार को 11:30 बजे कुलपति आवास स्थित कार्यालय में, कुलपति डॉ प्रोफेसर राजेश सिंह की अध्यक्षता में सेट बी एड 2020 कोर कमेटी की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के संबंध में गृह मंत्रालय, भारत सरकार; मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार; राज्य सरकार एवं कुलाधिपति सचिवालय राज भवन, पटना से प्राप्त निर्देशों के आलोक में कमेटी ने दिनांक 19.07.2020 को प्रस्तावित बी. एड. में नामांकन हेतु आयोजित होने वाली परीक्षा अगले आदेश तक स्थगित करने का निर्णय लिया है। बैठक के बाद अधिसूचना जारी कर दी गई है। बैठक में अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो रतन कुमार चौधरी; परीक्षा नियंत्रक, डॉ एस. एन. रॉय; वित्त पदाधिकारी, सैयद फजले रहमान; कोऑर्डिनेटर सेट- बेड डॉ ए. के. मिलन एवं राज्य नोडल पदाधिकारी, प्रो. अजित कुमार सिंह उपस्थित थे।