एक बार फिर गाँधी के हत्यारे जिन्दा हुए , छात्रों पर गोली चलाई

पुलिस के जबरदस्त बल तैनात होने के बाद भी एक आदमी जयश्रीराम के नारे लगाते प्रोटेस्ट की भीड़ में शामिल होता है, कहता है तुम्हें आज़ादी चाहिए लो आज़ादी गोली चलाता है और फिल्मी अन्दाज़ में तमंचा लहराते हुए वापस होता हुआ दिख रहा है, #दिल्लीपुलिस शांति से खड़ी हुई सब कुछ देख रही है, उसे रोकने या पकड़ने का झूठा प्रयास भी नहीं करती है।
आज फिर ये साबित हुआ कि गोडसे ने जैसे निहत्थे गांधी पर गोली चलाई थी ठीक उसी तरह आज भी एक गोडसे ने जामिया के छात्रों पर गोली चलाई और देश को फिर डराने का झूठा प्रयास करवा रही केंद्र सरकार।
दिल्ली पुलिस सीधे तौर पर गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करती है इसलिए हमारी मांग #गृहमंत्री अमित शाह को फौरन बर्खास्त की जानी चाहिए।
गोली चलाने की घटना दिन के समय 2 बजे के आस पास हुई है। जामिया के छत्रों, शिक्षक और प्रगतिशील समाज इस घटना की भ्रत्सना करता है, प्राप्त जानकारी अनुसार गोली चलाने वाले सख्स की गिरफ्तारी होगयी है, अब तक ये पता नहीं चला है कि ये कौन है, कहाँ से आया और क्यों इतना नाखुश है नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन से।
गोली लगने वाले छात्र का नाम शादाब है और गोली मारने वाले का नाम गोपाल पुलिस बता रही है।
30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी को गोडसे ने गोली मारी थी और आज शादाब को।
फ़ासिस्ट सोच मुर्दाबाद

आज 30 जनवरी है और आज ही के दिन गोडसे द्वारा राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की हत्या हुई थी।
आज छत्रा और स्थानीय लोग गांधी के हत्यारों और नफरत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे शांतिपूर्ण रैली निकाली थी।अब ऐसा प्रतीत होता है कि देश में लोकतंत्र नहीं राजतंत्र है जहां शांतिपूर्ण तरीके से भी विरोध प्रदर्शन करना गुनाह है।