अटारी पटना द्वारा आयोजित दो दिवसीय ऑन लाइन कार्यशाला संपन्न

38 सौ युवाओं एवं 2 हजार किसानों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य – डॉ दिव्यांशु
दरभंगा। मंगलवार को अटारी पटना के द्वारा आयोजित दो दिवसीय ऑनलाइन वार्षिक जोनल कार्यशाला का सफल समापन संपन्न हुआ। इसमें बिहार एवं झारखंड के सभी कृषि विज्ञान केंद्रों में अपना वर्ष 2019 – 20 में किए गए कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया एवम वर्ष 2020-21 में किए जाने वाले कार्यों का लक्ष्य निर्धारित किया गया। इस क्रम में दरभंगा के जाले स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ . दिव्यांशु शेखर ने अपने केंद्र की उपलब्धि प्रस्तुत करते हुए आगामी कार्ययोजना की रूपरेखा के बारे में विस्तार से बताया। इस क्रम में डॉ . शेखर ने बताया कि वर्ष 2019-20 में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 4611 किसानों , युवाओं एवं प्रसार कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया एवं प्रक्षेत्र प्रदर्शन कार्यक्रम के अन्तर्गत 193 हेक्टेयर क्षेत्र में 564 किसानों के खेतों में विभिन्न प्रभेदों एवं तकनीक का प्रदर्शन किया गया। साथ ही मेगा जागरूकता अभियान के तहत पौधारोपण, गांधी जयंती, मृर्दा स्वास्थ्य संरक्षण, उर्वरक उपयोग, समेकित कृषि एवं सामुदायिक कृषि प्रणाली आदि के बारे में जागरूकता अभियान के माध्यम से 2454 किसानों में कृषि के विभिन्न आधुनिक तकनीकों के संदर्भ में जागरूक करने का प्रयास किया गया। उन्होंने वर्ष 2020-21 का लक्ष्य के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इस वर्ष लगभग 3800 किसान, युवा एवं प्रसार कार्यकताओं को बदलते परिवेश के अनुरूप लाभकारी कृषि तकनीक एवं उसके बारीकियों का प्रशिक्षण दे कर उन्हें कृषि के क्षेत्र में रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य है। वहीं दो हजार किसानों को विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम के द्वारा विभिन्न तकनीकों के प्रति जागरुक किया जाएगा। साथ ही सौ क्विंटल गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन, 77,250 सब्जी एवं फलदार पौधा तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। डॉ दिव्यांशु ने बताया कि 250 मृदा जाँच एवं 20 क्विंटल केचुआ खाद उत्पादन का लक्ष्य भी हमने निर्धारित किया है। इसके अलावा विभिन्न किसानों के लगभग 60 हेक्टेयर में दस नये तकनीकों का परीक्षण व प्रदर्शन किया जाएगा। विगत वर्ष में केवीके जाले की तमाम सफलता और उपलब्धि के लिए केंद्र के अध्यक्ष डॉ. शेखर ने सभी वैज्ञानिकों, कर्मियों, प्रगतिशील किसानों एवं जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। ऑनलाइन कार्यक्रम में केंद्र के सभी वैज्ञानिक, डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति डॉ रमेश चन्द्र श्रीवास्तव, निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एम एस कुंडू , डॉ. ब्रजेश शाही , अटारी के डॉ.अंजनी कुमार, डॉ . अमरेंद्र, सबौर से डॉ. आरके सोहाने, आईसीआर दिल्ली के महानिदेशक , सह महानिदेशक आदि शामिल थे।